Suzlon Energy भारत की प्रमुख पवन टरबाइन निर्माता, हाल के दिनों में निवेश और विश्लेषकों के बीच चर्चाओं का केंद्र रही है। जून तिमाही के अंत में इसके पास 55 लाख से अधिक खुदरा निवेशक थे, जिनकी हिस्सेदारी कुल 25% से ज्यादा है। तिमाही नतीजों का पूर्वावलोकन और नए बड़े ऑर्डर ने बाजार की नजरें खींची हैं।
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खुदरा निवेशकों की बड़ी हिस्सेदारी
Suzlon Energy को “रिटेल-हैवी” स्टॉक कहा जाता है क्योंकि इसके पास खुदरा निवेशकों का बड़ा आधार है। स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, 55,40,817 खुदरा निवेशकों के पास कंपनी में 25.03% हिस्सेदारी थी। इस बड़े निवेशक आधार का असर शेयर के वॉल्यूम और मार्केट सेंटीमेंट पर साफ दिखता है, खासकर जब कोई बड़ी खबर या नतीजे सामने आते हैं।
दूसरी तिमाही का प्रीव्यू
मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने Suzlon Energy के Q2 में राजस्व में 32% वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो ₹2,785.20 करोड़ तक पहुंच सकता है। 365 मेगावाट पवन टरबाइन ऑर्डरों का निष्पादन वर्ष-दर-वर्ष 42% बढ़ा, हालांकि पिछली तिमाही की तुलना में 18% घटा। EBITDA ₹422.50 करोड़ और 15% मार्जिन रहने की उम्मीद है। मुनाफा ₹199.30 करोड़ रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के ₹200.20 करोड़ से हल्का कम है। ब्रोकरेज ने ₹80 का लक्ष्य मूल्य बरकरार रखते हुए 45% अपसाइड की संभावना दिखाई है।
टाटा पावर ऑर्डर और बाजार प्रतिक्रिया
बीते सप्ताह, टाटा पावर से मिले 838 मेगावाट के बड़े ऑर्डर ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया। इस ऑर्डर की घोषणा के बाद बुधवार को शेयर 2% ऊपर खुला। इतना बड़ा ऑर्डर आने वाली तिमाहियों में राजस्व अनुमान और क्षमता उपयोग में वृद्धि का संकेत देता है, जो बाजार में सकारात्मक भावना को बल देता है।
नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर की चाल
जुलाई–अगस्त 2025 में भारत ने 7.9 गीगावाट नई नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी, जिसमें 87% सौर और 13% पवन परियोजनाएं थीं। पारंपरिक ऊर्जा में, कोयला और गैस आधारित तापीय क्षमता 2.1 गीगावाट बढ़कर 244 गीगावाट हो गई। हाइड्रो ने 0.7 गीगावाट जोड़कर देश की कुल क्षमता 489 गीगावाट कर दी। गैस क्षमता 20.1 गीगावाट पर स्थिर रही।
तकनीकी स्थिति और शेयर मूवमेंट
अरिहंत कैपिटल के विश्लेषण के अनुसार, Suzlon Energy के चार्ट पर लोअर हाई और लोअर लो पैटर्न बन रहा है, जो कमजोरी का संकेत देता है। RSI नेगेटिव ज़ोन में है और स्टॉक बेंचमार्क सूचकांकों की तुलना में अंडरपरफॉर्म कर रहा है। ट्रेडर्स को सलाह दी गई है कि वे ₹58 स्टॉप-लॉस रखते हुए शॉर्ट पोजीशन बनाए रखें, क्योंकि कीमत ₹49–₹46 तक फिसल सकती है।
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