Cochin Shipyard एक प्रमुख रक्षा सार्वजनिक उपक्रम (defence PSU) है, जिसने हाल ही में यूरोप के एक ग्राहक से छह फीडर कंटेनर जहाजों के डिजाइन और निर्माण के लिए 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का मेगा ऑर्डर हासिल किया है। प्रत्येक जहाज 1,700 TEU क्षमता का होगा और तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) से संचालित होगा। इस अनुबंध के लिए 14 अक्टूबर 2025 को आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं, और तकनीकी एवं व्यावसायिक शर्तों के साथ औपचारिक अनुबंध जल्द ही हो जाएगा।
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यूरोपीय ऑर्डर का आकार और दायरा
Cochin Shipyard Ltd ने 14 अक्टूबर को छह फीडर कंटेनर जहाजों के लिए आशय पत्र (LOI) पर हस्ताक्षर किए, जहां प्रत्येक जहाज लगभग 1,700 TEU क्षमता का होगा और तरलीकृत प्राकृतिक गैस से चलेगा। defence PSU ने स्पष्ट किया है कि तकनीकी‑व्यावसायिक शर्तों वाला औपचारिक शिपबिल्डिंग कॉन्ट्रैक्ट शीघ्र निष्पादित होगा, जिससे ऑर्डर बुक और राजस्व दृश्यता और मजबूत होगी।
हरित शिपिंग तकनीक और प्रतिस्पर्धा
एलएनजी‑रेडी डिज़ाइन इस defence PSU को हरित शिपिंग में तकनीकी बढ़त देता है, क्योंकि इससे ईंधन दक्षता, उत्सर्जन नियंत्रण और ऑपरेटिंग लागत में सुधार संभव होता है। यूरोपीय ग्राहक के साथ यह सौदा defence PSU के वैश्विक रेफरेंस‑लिस्ट को विस्तार देता है, जहां समयबद्ध डिलीवरी और क्लास अनुमोदन इसकी प्रतिस्पर्धा क्षमता को रेखांकित करते हैं।
ONGC के साथ अनुबंध और Cochin Shipyard की विशेषज्ञता
सितंबर 2025 में इस defence PSU ने तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) के लिए जैक-अप रिग की ड्राई डॉक और प्रमुख ले-अप मरम्मत का लगभग 200 करोड़ रुपये का अनुबंध साइन किया। इसकी अनुमानित अवधि 12 महीने है। यह अनुबंध कंपनी की मरम्मत और रीफिटिंग क्षमताओं को मजबूत करता है और आर्थिक स्थिरता में योगदान देता है।
Cochin Shipyard के वित्तीय नतीजे और प्रदर्शन
Q1 FY26 में इस defence PSU का शुद्ध लाभ 188 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 8% अधिक है। राजस्व 771 करोड़ से बढ़कर 1,069 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो 39% वृद्धि दर्शाता है। EBITDA 177 करोड़ से 242 करोड़ होना (37% वृद्धि) ऑपरेशनल दक्षता बढ़ने का संकेत है। ऐसे वित्तीय परिणाम कम्पनी की दृढ़ता और परियोजना निष्पादन क्षमता को पुष्ट करते हैं।
शेयर बाजार में कोचीन शिपयार्ड की स्थिति
14 अक्टूबर को कंपनी का शेयर NSE पर ₹1,787.60 पर 1.56% बढ़ा, और इंट्राडे में 2.66% तक उछला। शेयर ने पिछले छह महीनों में 23.89% और सालाना आधार पर 14.05% की वृद्धि दर्ज की है। इसके 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर ₹2,545 और निचला ₹1,180 रहा है। वर्तमान में मार्केट कैप लगभग ₹47,052 करोड़ है।
उद्योग में भूमिका और वैश्विक एक्सपोर्ट
कोचीन शिपयार्ड defence PSU के रूप में जहाज निर्माण, मरम्मत, रीफिटिंग, तथा जहाजों के आवधिक उन्नयन एवं जीवन विस्तार में अग्रणी है। कंपनी ने अभी तक लगभग 45 जहाज भारत से बाहर विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों को निर्यात किए हैं, जो उसकी वैश्विक पहुंच और गुणवत्ता का प्रमाण है।
जोखिम और चुनौतियां
एलएनजी आधारित जहाजों की निर्माण प्रक्रिया में तकनीकी व नियामकीय मानकों का पालन आवश्यक है। स्टील, उपकरणों और विदेशी मुद्रा की कीमत में उतार-चढ़ाव लागत को प्रभावित कर सकते हैं। शेड्यूल डिले और सप्लाई चेन व्यवधान परियोजना की समयसीमा और बिलिंग के लिए जोखिम पैदा करते हैं। फील्ड रिपेयर और वारंटी दावों का असर भी लाभप्रदता पर पड़ सकता है।
भविष्य की दिशा और निवेश के संकेत
औपचारिक शिपबिल्डिंग अनुबंध, प्रोजेक्ट माइलस्टोन, समय पर सुप्लाए जाने वाला काम और कलेक्शन चक्र कंपनी के वित्तीय दृढ़ता प्रारूप के लिए महत्वपूर्ण होंगे। एलएनजी जहाजों की मांग में वृद्धि, हरित ऊर्जा पहल और वैश्विक शिपिंग सेक्टर में सकारात्मक बदलाव से कोचीन शिपयार्ड defence PSU के लिए भविष्य में बेहतर अवसर बनेंगे।
निष्कर्ष
कोचीन शिपयार्ड द्वारा ONGC के जैक-अप रिग मरम्मत और छह एलएनजी फीडर कंटेनर जहाजों के बड़े ऑर्डर ने कंपनी को आर्थिक मजबूती और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बढ़त दी है। वित्तीय मजबूती, समय पर परियोजना निष्पादन और विस्तारशील ऑर्डर बुक से यह defence PSU मध्यम से लंबी अवधि के लिए निरंतर विकास की राह पर है। निवेशकों को इन संकेतकों पर ध्यान देते हुए निवेश निर्णय लेना चाहिए ताकि वे इस रक्षा सार्वजनिक उपक्रम की वृद्धि संभावनाओं का लाभ उठा सकें।
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