Ola Electric के बोर्ड ने 1,500 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। कंपनी इस रकम को इक्विटी शेयर, कन्वर्टिबल सिक्योरिटीज या अन्य तरीकों से जुटाएगी। यह फैसला शेयरधारकों की अंतिम मंजूरी के बाद ही लागू होगा। कंपनी का शेयर फिलहाल 52.92 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
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Ola Electric की फंड जुटाने की योजना और तरीके
भाविश अग्रवाल की कंपनी Ola Electric ने 25 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उसके निदेशक मंडल ने 1,500 करोड़ रुपये तक की पूंजी जुटाने को मंजूरी दी है। कंपनी यह रकम कई तरीकों से इकट्ठा कर सकती है, जिसमें क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल प्लेसमेंट, राइट्स इश्यू, प्राइवेट प्लेसमेंट या पब्लिक ऑफर शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी वारंट जैसी कन्वर्टिबल सिक्योरिटीज के जरिए भी पैसा जुटा सकती है। हालांकि यह पूरा प्लान शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा, जो आगामी मीटिंग में वोटिंग के जरिए फैसला लेंगे।
फंड का इस्तेमाल और नई योजनाएं
Ola Electric ने अभी तक साफ नहीं किया है कि जुटाई गई रकम का इस्तेमाल किस काम के लिए होगा। लेकिन हाल के घटनाक्रम बताते हैं कि कंपनी अपने कारोबार को बढ़ाने की तैयारी में है। 16 अक्टूबर को कंपनी ने ओला शक्ति नाम का पोर्टेबल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम लॉन्च किया था। इससे साफ होता है कि ओला अब सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि क्लीन एनर्जी सेक्टर में भी अपनी पहुंच बनाना चाहती है। जुटाया गया फंड इन्हीं नई योजनाओं और मौजूदा बिजनेस को मजबूत करने में लगाया जा सकता है।
शेयर की मौजूदा स्थिति और प्रदर्शन
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 24 अक्टूबर को 1.43 फीसदी गिरावट के साथ 52.92 रुपये पर बंद हुए। पिछले एक महीने में स्टॉक में 5.57 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं एक साल में यह 31.53 फीसदी नीचे चला गया है। कंपनी का आईपीओ 76 रुपये पर आया था, लेकिन अभी यह उस लेवल से 30.35 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। शेयर का खराब प्रदर्शन कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटने और बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
बाजार हिस्सेदारी में गिरावट और प्रतिस्पर्धा
ओला इलेक्ट्रिक की इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में हिस्सेदारी पिछले छह महीनों में 20 फीसदी से घटकर 15 फीसदी से भी नीचे आ गई है। हीरो मोटोकॉर्प ने अब ओला को पीछे छोड़ते हुए देश में चौथा सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन बेचने वाला ब्रांड बन गया है। बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर और एथर एनर्जी भी इस सेगमेंट में मजबूत खिलाड़ी हैं। बढ़ती प्रतिस्पर्धा और घटती बाजार हिस्सेदारी कंपनी के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
ब्रोकरेज फर्म की राय
गोल्डमैन सैक्स ने ओला इलेक्ट्रिक का 12 महीने का शेयर प्राइस टारगेट घटाकर 62 रुपये कर दिया है, जो पहले 72 रुपये था। हालांकि ब्रोकरेज ने स्टॉक पर बाय रेटिंग बरकरार रखी है। गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि निवेशक अब देखेंगे कि कंपनी का लिथियम-आयन बैटरी एनर्जी स्टोरेज मार्केट में प्रवेश कितना सफल होता है। कंपनी के टू-व्हीलर बिजनेस में चुनौतियां बढ़ी हैं, इसलिए नए सेगमेंट में परफॉर्मेंस अहम होगी।
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