VI के शेयरों में सोमवार को 11% से अधिक की तेजी आई जब केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह कंपनी से जुड़े मुद्दों पर पुनर्विचार के लिए तैयार है। अदालत ने भी सरकार के कदम में कोई बाधा नहीं मानी और कंपनी के बड़े ग्राहक आधार और सरकारी हिस्सेदारी को समीक्षा के आधार के रूप में स्वीकार किया।
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VI शेयर में रैली का कारण और बाजार की प्रतिक्रिया
सरकारी रुख साफ होते ही निवेशकों ने Vodafone Idea में जबरदस्त खरीदारी की। एनएसई पर शेयर लाल निशान में खुलने के बाद 9.28 रुपये के निचले स्तर तक फिसला, लेकिन सत्र के दौरान तेजी लौट आई और यह 13.3% उछलकर 10.52 रुपये के नए 52-सप्ताह उच्च पर पहुँच गया। यह उछाल कंपनी के लिए रिलीफ सिग्नल माना जा रहा है, क्योंकि सरकार की समीक्षा की यह घोषणा नीति स्तर की राहत की दिशा में एक कदम है।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई और आदेश
मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने आदेश में कहा कि केंद्र को इस मामले में पुनर्विचार करने में कोई बाधा नहीं दिखती। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय केवल इस मामले की विशिष्ट परिस्थितियों पर आधारित है, क्योंकि वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी करीब 49% है और कंपनी के 20 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर हैं। अटॉर्नी जनरल तुषार मेहता ने अदालत को बताया कि उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार यह निर्णय लेने को तैयार है।
एजीआर विवाद की पृष्ठभूमि और अगली सुनवाई
यह मामला समायोजित सकल राजस्व (AGR) बकाये से जुड़ा है, जिसमें दूरसंचार विभाग ने वित्त वर्ष 2016-17 की अवधि के लिए 5,606 करोड़ रुपये के अतिरिक्त भुगतान की मांग की थी। कंपनी ने इसे चुनौती देते हुए न्यायालय से राहत की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 27 अक्टूबर तक टाल दी थी। यदि सरकार इस मांग पर फिर से विचार करती है, तो यह कंपनी की देनदारी को काफी हद तक कम कर सकता है और पुनर्जीवन की राह आसान बना सकता है।
VI की वित्तीय और संचालन स्थिति
वोडाफोन आइडिया इस समय भारी कर्ज और कमजोर नकदी प्रवाह से जूझ रही है। हालांकि हाल के महीनों में टैरिफ वृद्धि से प्रति उपयोगकर्ता औसत आय (ARPU) में सुधार देखा गया है। कंपनी 5G सेवाओं के लिए फंडिंग जुटाने की योजना पर काम कर रही है और सरकारी हिस्सेदारी स्थिरता का संकेत देती है। 20 करोड़ ग्राहकों का बड़ा आधार इसे अभी भी भारत की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बनाता है।
निवेश परिदृश्य और विश्लेषक की राय
मार्केट एनालिस्ट कुणाल बोथरा के अनुसार, वोडाफोन आइडिया का सेटअप तकनीकी रूप से शॉर्ट-टर्म अपसाइड दिखा रहा है। उन्होंने स्टॉक पर 10.50 रुपये का लक्ष्य और 9 रुपये का स्टॉप लॉस सुझाया है। मौजूदा कीमतों से यह करीब 9% संभावित वृद्धि दर्शाता है। उनका कहना है कि जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देने और लॉन्ग-टर्म होल्डिंग रणनीति अपनाने की जरूरत है। ब्रोकरेज समुदाय का मानना है कि कंपनी के लिए टैरिफ वृद्धि, फंडिंग अपडेट और कोर्ट के अंतिम आदेश निर्णायक रहेंगे।
खबर का असर और आगे की दिशा
सरकार के पुनर्विचार वाले रुख से निवेशकों में भरोसा लौटा है। कंपनी को यदि अतिरिक्त AGR भुगतान से राहत मिलती है, तो इसका सीधा असर बैलेंस शीट और फ्री कैश फ्लो पर पड़ेगा। हालांकि आने वाला सप्ताह महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई ही स्टॉक की अगली दिशा तय करेगी। वोडाफोन आइडिया के लिए यह चरण नीतिगत और वित्तीय दोनों मोर्चों पर अहम मोड़ साबित हो सकता है।
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