भारतीय ऑटो सेक्टर में तेजी के बीच Auto Parts Stock निवेशकों के लिए शानदार अवसर प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनमें 33% तक के रिटर्न की संभावना है। भारत का ऑटो कंपोनेंट उद्योग FY2025 में $74.1 बिलियन के रिकॉर्ड टर्नओवर के साथ तेजी से बढ़ रहा है और 2030 तक $200 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की बढ़ती मांग और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग पुश इस सेक्टर को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
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Bharat Forge
Bharat Forge मेटल फोर्जिंग में एक प्रमुख खिलाड़ी है जो ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन के लिए कंपोनेंट्स बनाता है। कंपनी ने हाल ही में दैनिक चार्ट पर Cup & Handle पैटर्न से ब्रेकआउट लिया है, जो एक सकारात्मक तकनीकी संकेत है। विश्लेषकों का अनुमान है कि ग्लोबल डिफेंस और एयरोस्पेस ऑर्डर्स से कंपनी को 15% का अपसाइड मिल सकता है। पिछले एक महीने में ये Auto Parts Stock 8.86% का रिटर्न दिया है।
UNO Minda
UNO Minda ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में अग्रणी कंपनी है जो लाइटिंग सिस्टम, स्विचेज, अलॉय व्हील्स, सेंसर्स और EV कंपोनेंट्स बनाती है। कंपनी का 95% से अधिक पोर्टफोलियो पावरट्रेन-एग्नॉस्टिक है, जिससे यह ICE, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक सभी प्रकार के व्हीकल्स को सर्व करती है। अक्टूबर 2025 में Auto Parts Stock ने ₹1,382 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया है। कंपनी का EV किट वैल्यू पोटेंशियल ₹37,636 है, जो इसके वर्तमान ICE किट वैल्यू ₹11,936 से तीन गुना अधिक है। विश्लेषकों ने 4% का अपसाइड पोटेंशियल बताया है।
Samvardhana Motherson
सामवर्धना मदरसन भारत की सबसे बड़ी ऑटो कंपोनेंट निर्माताओं में से एक है जो वायरिंग हार्नेस, रियरव्यू मिरर्स, लाइटिंग सिस्टम और पॉलिमर प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी वैश्विक स्तर पर अधिग्रहणों के माध्यम से विस्तार कर रही है और EV सॉल्यूशंस पर फोकस बढ़ा रही है। मार्केट कैप ₹1.13 लाख करोड़ है और कंपनी ने हाल की तिमाही में ₹606 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। ग्लोबल OEM से मजबूत ऑर्डर जीत के कारण 6% का अपसाइड अनुमानित है।
Endurance Technologies
एंड्योरेंस टेक्नोलॉजीज ऑटो पार्ट्स सेक्टर में एक महत्वपूर्ण प्लेयर है जिसका मार्केट कैप ₹40,035 करोड़ है। कंपनी ने Q2 FY25 में ₹226.35 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछली तिमाही से 11.03% अधिक है। सेल्स ₹3,318.89 करोड़ रहा जो 17.46% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी का P/E रेशियो 47.14 और ROCE 17.26% है।
Schaeffler India
शेफ्लर इंडिया बेयरिंग और ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स की एक प्रमुख निर्माता है जिसका मार्केट कैप ₹61,427 करोड़ है। कंपनी ने हाल की तिमाही में ₹296.23 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो 16.84% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी का ROCE 25.67% है जो सेक्टर में उच्चतम में से एक है। मजबूत वैश्विक उपस्थिति और तकनीकी विशेषज्ञता इसे आकर्षक बनाती है।
Bosch Limited
बॉश भारत में ऑटो कंपोनेंट्स की अग्रणी निर्माता है जिसका मार्केट कैप ₹1.10 लाख करोड़ है। कंपनी ने Q2 FY25 में ₹1,115.40 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो 44.04% की शानदार वृद्धि है। बॉश का ROCE 21.11% है और कंपनी ICE और EV दोनों सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति रखती है। वैश्विक तकनीकी नेतृत्व और नवाचार इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं।
Auto Parts सेक्टर की संभावनाएं
भारतीय ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री में घरेलू OEM सेल्स FY2024 में $62 बिलियन से बढ़कर FY2030 तक $89 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। डोमेस्टिक सेल्स 7-8% प्रति वर्ष की दर से बढ़ने की उम्मीद है। ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट भी FY25 में $23 बिलियन से 28-32% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़कर $70-100 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। EV अडॉप्शन, मैन्युफैक्चरिंग पुश, और ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की बढ़ती भूमिका इस सेक्टर के विकास के प्रमुख चालक हैं।
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