Ola-Ather को पछाड़ मुनाफे में दौड़ी ये EV कंपनी, Revenue 83%, तो Profit 166% बढ़ा, दिग्गज निवेशक की भी है हिस्सेदारी, क्या आप खरीदना चाहेंगे

Date:

EV कंपनी Zelio E-Mobility भारतीय ईवी सेक्टर में मुनाफे पर दौड़ने वाली चुनिंदा कंपनियों में शामिल है, जबकि ओला और एथर जैसे बड़े ब्रांड अब भी घाटे में हैं। कंपनी ने दो साल में तीन गुना राजस्व और 166% नेट प्रॉफिट ग्रोथ दर्ज की, साथ ही मुकुल अग्रवाल जैसी दिग्गज निवेशक ने भी इसमें दांव लगाया है।​

सस्ती स्कूटर्स से अलग पहचान

EV कंपनी Zelio E-Mobility बिना लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन वाले दोपहिया (Zelio) और मजबूत तीनपहिया (Tanga) ईवी का निर्माण करती है। छोटे शहरों में, किफायती और टिकाऊ मॉडलों से ग्रोथ हासिल की है। साल 2022 से कंपनी ने 337 से ज्यादा डीलर नेटवर्क तैयार किया, FY27 तक लक्ष्य 500 डीलरशिप का है।​

IPO और दिग्गज निवेशक की हिस्सेदारी

EV कंपनी Zelio E-Mobility ने 8 अक्टूबर 2025 को BSE SME प्लेटफॉर्म पर 136 रुपये के इश्यू प्राइस पर एंट्री ली और 154.90 रुपये पर लिस्ट हुई। अक्टूबर अंत तक शेयर 291.05 रुपये के हाई तक पहुंच चुका है, यानी 114% ऊपर। मार्केट कैप 594 करोड़ रुपये है। मुकुल अग्रवाल ने अपनी फर्म के जरिए 6.73% हिस्सेदारी ली है, जो बड़े निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।​

मजबूत वित्तीय और मुनाफा

FY25 में कंपनी ने 172 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जो पिछले साल के 94 करोड़ रुपये से 83% अधिक है। नेट प्रॉफिट FY24 के 6 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में 16 करोड़ रुपये रहा—166% से ज्यादा ग्रोथ। EBITDA 21 करोड़ और ROE 85.75% के साथ कंपनी मार्केट में लगातार तीन साल से मुनाफे में है। ग्रोथ रेट वार्षिक 71.2% रही।​

बड़ी कंपनियों से तुलना

ओला इलेक्ट्रिक ने FY25 में 4,514 करोड़ का राजस्व तो हासिल किया, लेकिन 2,276 करोड़ रुपये का घाटा भी दर्ज किया। एथर एनर्जी को भी 2,255 करोड़ का राजस्व मिला पर 812 करोड़ का नुकसान हुआ। इसके विपरीत, जेलियो छोटे आकार के बावजूद लाभ बना रही है और इसका P/S रेशियो सिर्फ 2x है, जबकि ओला का 5x और एथर का 10x तक है।

भविष्य की रणनीति और सरकारी सपोर्ट

कंपनी धीमी गति वाले सेगमेंट में ब्रांड लीडर बनने के लिए आफ्टर-सेल्स नेटवर्क और स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत कर रही है। आत्मनिर्भर भारत के तहत घरेलू पार्ट्स के इस्तेमाल पर जोर है। डीलरों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। सरकार के FAME-II और Electric Mobility Promotion Scheme से ईवी की मांग, सब्सिडी तथा उत्पादन लागत पर फायदा है। लिथियम-आयन बैटरी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती से भी मदद मिली है।​

Disclaimer : यह वेबसाइट केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसमें दी गई सामग्री को निवेश सलाह न समझें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ होता है, इसलिए निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें। हम जानकारी की पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते। निवेश करते समय अपनी समझदारी और सतर्कता का प्रयोग करें।

New
Join WhatsApp WhatsApp