Mahindra Lifespace Developers Ltd ने मुंबई के मलाड वेस्ट में ₹800 करोड़ ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू वाला चार हाउसिंग सोसायटी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट हासिल किया है. 1.65 एकड़ क्षेत्र में फैला यह प्रोजेक्ट मौजूदा “महिंद्रा कोडनेम 64” के पास होगा, जिससे कंपनी की माइक्रो-मार्केट मौजूदगी और व्यवसायिक क्षमता मजबूत होगी.
Table of Contents
प्रोजेक्ट का महत्व
यह रीडेवलपमेंट कॉन्ट्रैक्ट मुंबई के हाउसिंग मार्केट में Mahindra Lifespace Developers की पोजीशन बढ़ाने वाला है. माइक्रो-मार्केट मलाड वेस्ट में पहले से कंपनी का एक प्रोजेक्ट है, जिसका लाभ इस नए प्रोजेक्ट को मिल सकता है. मलाड वेस्ट क्षेत्र लोकेशन और कनेक्टिविटी के लिहाज़ से मिड से प्रीमियम सेगमेंट आवास के लिए उपयुक्त माना जाता है. 1.65 एकड़ के इस प्लॉट का विकास प्रीमियम स्पेस, बेहतर सुविधाएं और उच्च कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर किया जाएगा. स्थान वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे से 2.6 किमी, मलाड वेस्ट मेट्रो से 1 किमी से कम और रेलवे स्टेशन से लगभग 1.5 किमी की दूरी पर है. पास में माइंडस्पेस मलाड और बीकेसी जैसे प्रमुख रोजगार केंद्र होने से निवासियों के लिए सुविधा और मूल्य वृद्धि की संभावना बढ़ जाती है.
वित्तीय संदर्भ और बिक्री क्षमता
₹800 करोड़ की GDV वाली परियोजना का आकार Mahindra Lifespace Developers के मार्केट कैप ₹7,870 करोड़ की तुलना में पर्याप्त है, जो मध्यम अवधि में राजस्व और नकदी प्रवाह पर असर डाल सकती है. मलाड वेस्ट में औसत बिक्री दर ₹23,000–₹26,000 प्रति वर्ग फुट मानें, तो बिक्री योग्य क्षेत्र लगभग 3–3.5 लाख वर्ग फुट अनुमानित है. रीडेवलपमेंट में भूमि अधिग्रहण लागत सीमित होती है, जबकि सोसायटी पुनर्वास और किराये के खर्च का प्रबंधन चरणबद्ध होता है, जिससे पूंजी का दबाव कम और प्रोजेक्ट का कैश साइकिल बेहतर होता है.
समयरेखा और निष्पादन
रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स में प्रमुख चरण—MOU साइन, IOD और CC अनुमोदन, RERA पंजीकरण, पुनर्वासन, विध्वंस और नए निर्माण—पूरा करने में 36–48 महीने तक का समय लग सकता है. मलाड जैसे क्षेत्रों में अनुमोदन गति और निर्माण सामग्री लागत मार्जिन और समय-सीमा को प्रभावित करती हैं. MLDL के पूर्व प्रोजेक्ट अनुभव और स्थानीय कॉन्ट्रैक्टर नेटवर्क से समय पर निष्पादन की संभावना बढ़ सकती है.
कंपनी की रणनीति और बयान
Mahindra Lifespace के चीफ बिजनेस ऑफिसर (रेसिडेंशियल) विमलेंद्र सिंह ने कहा कि यह नया प्रोजेक्ट मुंबई के रिडेवलपमेंट मार्केट में हमारी उपस्थिति को गहरा करेगा और ग्राहकों व सोसायटी के बीच ब्रांड पर भरोसा दिखाता है. महिंद्रा लाइफस्पेस की रणनीति स्थापित इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत कर इकोनॉमी ऑफ स्केल पाना है, जिससे निर्माण व डिलीवरी दक्षता बढ़े.
Mahindra Lifespace के शेयर का हाल
बीएसई पर शुक्रवार को Mahindra Lifespace के शेयर ₹369.20 पर बंद हुआ, दिन में 3.50% की बढ़त के साथ. पिछले छह महीनों में 35.81% रिटर्न मिला है, लेकिन एक साल में स्टॉक 21.57% गिरा है और 2025 में यह 13.94% नकारात्मक है. इस तरह, हालिया चलते निवेशकों में सावधानी है. नए प्रोजेक्ट का प्रभाव अनुमोदन, लॉन्च, प्री-सेल्स और कलेक्शन गति पर निर्भर करेगा.
प्रोजेक्ट के लिए मांग और जोखिम
मलाड वेस्ट में आवास की मांग मुख्यत: ऑफिस हब्स की निकटता और सामाजिक अवसंरचना से आती है. 2 BHK और कॉम्पैक्ट 3 BHK स्वरूप तेजी से बिकने वाले सेगमेंट में रहते हैं. प्रमुख जोखिमों में मंजूरी में देरी, निर्माण लागत में उतार-चढ़ाव, और प्रतिस्पर्धी डेवलपर्स के समानांतर लॉन्च शामिल हैं.
निवेशकों के लिए संकेत
यह ₹800 करोड़ GDV वाला रीडेवलपमेंट सौदा MLDL की ऑर्डर बुक, माइक्रो-मार्केट हिस्सेदारी और ब्रांड प्लेसमेंट को मजबूत कर सकता है. मध्यम अवधि में स्टॉक पर असर प्रोजेक्ट लॉन्च समय, बिक्री दरों और निष्पादन दक्षता पर निर्भर करेगा. पूंजी-हल्के रीडेवलपमेंट मॉडल से रिटर्न प्रोफाइल बेहतर हो सकता है, बशर्ते Mahindra Lifespace Developers लागत नियंत्रण और समयरेखा पर अनुशासित रहे.
Disclaimer: इस वेबसाइट पर दी गई सभी जानकारी केवल शैक्षणिक और सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। कृपया इसे किसी भी प्रकार की निवेश सलाह न समझें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम से जुड़ा होता है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। हम यहाँ प्रस्तुत जानकारी की पूर्णता, सटीकता या अद्यतन होने की गारंटी नहीं देते। निवेश करते समय अपने विवेक, समझदारी और सावधानी का प्रयोग करना आपकी स्वयं की जिम्मेदारी है।













