सिर्फ 1 महीने में 35% रिटर्न देने वाला Penny Stock फिर बनेंगा रॉकेट! कंपनी का प्रॉफिट 1165% और रेवेन्यू 1016% उछला”

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Penny Stock : सितंबर 2025 तिमाही के नतीजों के बाद Deep Diamond India Ltd एक बार फिर बाजार की चर्चा में है। कंपनी ने इस तिमाही में बिक्री और मुनाफा दोनों में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। शेयर शुक्रवार को 5.81 रुपये तक फिसला था, लेकिन ताजा परिणामों से आने वाले सत्र में रुझान बदल सकते हैं।

शानदार तिमाही नतीजे: मुनाफे और बिक्री में रिकॉर्ड बढ़त

सितंबर 2025 तिमाही में Deep Diamond India Ltd का नेट प्रॉफिट 1165% बढ़कर 2.53 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जब पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा मात्र 0.20 करोड़ रुपये था। Penny Stock वाली इस कम्पनी की कुल बिक्री 3.35 करोड़ रुपये रही, जो साल-दर-साल आधार पर 1016.67% की जोरदार तेजी है। कंपनी ने बताया है कि इस तेजी में मुख्य भूमिका घरेलू और निर्यात बाजार, दोनों में आई मांग और ऑर्डर रिकवरी की रही। ऑपरेशनल एफिशिएंसी और कॉस्ट मैनेजमेंट के बेहतर होने से भी मुनाफा बढ़ा है। कंपनी के मुताबिक EBITDA स्तर पर भी मजबूत सुधार दर्ज हुआ, और EPS बेहतर हुआ है जो मुनाफे की गुणवत्ता में सुधार की ओर इशारा करता है।

कारोबार का स्वरूप: जेम्स-ज्वेलरी सेगमेंट में विविधता

Deep Diamond India जेम्स एंड ज्वेलरी वैल्यू-चेन में सक्रिय कंपनी है। कंपनी का काम पॉलिश्ड व अनकट हीरों की खरीद-बिक्री, डिजाइनर व प्रीमियम ज्वेलरी निर्माण, एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट व रिटेल चैनल पार्टनरशिप से लेकर छोटे ज्वेलर्स एवं डिजाइन–स्टूडियो के साथ लोकल सप्लाई तक फैला है। बीते महीनों में कंपनी ने प्रोडक्ट-मिक्स को बेहतर किया, ऑर्डर बुक बढ़ाई और नए डोमेस्टिक व इंटरनेशनल क्लाइंट्स पर फोकस किया, जिससे टॉपलाइन और मार्जिन पर असर दिखा।

तिमाही नतीजों का बाजार पर असर

बीते शुक्रवार Penny Stock 7% गिरकर 5.81 रुपये तक पहुंच गया था। इसका 52-सप्ताह दायरा 3.56–8.29 रुपये है—इसलिए वोलैटिलिटी बनी रह सकती है, खासकर तब जब तिमाही में इतनी तेज बिक्री व लाभ वृद्धि दिखी हो। Deep Diamond India का मौजूदा मार्केट कैप करीब 83.75 करोड़ रुपये है, जिससे यह कंपनी स्मॉल-कैप स्पेस में आती है और सेंटीमेंटल व इवेंट-आधारित चालों के लिए संवेदनशील रहती है।

ऑर्डर बुक व आगे की संभावनाएं

Deep Diamond India की तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू ज्वेलरी मांग के अलावा, निर्यात बाजार में भी मांग में सुधार देखने को मिला है। सेक्टर में प्राइसिंग पावर और प्रीमियम प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी बढ़ने पर टॉपलाइन ग्रोथ का ट्रेंड बरकरार रह सकता है। अगर कंपनी प्रोडक्ट इनोवेशन, क्विक टर्नअराउंड व डिज़ाइन डायवर्सिटी पर ध्यान बनाए रखती है, तो ऑर्डर बुक और वित्तीय स्थिरता दोनों मजबूत हो सकती हैं हैं,

जोखिम और क्या देखना चाहिए

माइक्रो–कैप कंपनियों की तरह, डीप डायमंड इंडिया में क्विक मूव्स आम हैं—फंडामेंटल को टिकाऊ साबित करने के लिए लगातार ग्रोथ रन रेट, EBITDA मार्जिन और रेगुलर ऑर्डर–इन्फ्लो जरूरी है। ग्रोथ की रफ्तार से वैल्यूएशन बढ़ सकता है, पर खराब तिमाही में उतार-चढ़ाव भी तेज दिख सकते हैं। निवेशकों के लिए प्रबंधन की गाइडेंस, डिलीवरी-वॉल्यूम डेटा, प्रमोटर की हिस्सेदारी व आगे की ऑर्डर नवीनता जैसे बिंदु ट्रैक करना जरूरी रहेगा।

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