Pharma Company का तिमाही धमाका! 35% Revenue और 875% Profit उछला, स्टॉक ने दिखाई जबरदस्त तेजी!

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Pharma कंपनी Laurus Labs ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन दर्ज किया। कंपनी का राजस्व 35% बढ़कर ₹1,653 करोड़ और शुद्ध लाभ 875% उछलकर ₹195 करोड़ पहुंचा। EBITDA 136% बढ़ा और मार्जिन 26% रहा। CDMO और जेनेरिक दोनों सेगमेंट के मजबूत प्रदर्शन ने नतीजों को समर्थन दिया।

तिमाही नतीजे: रिकॉर्ड लाभप्रदता

30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में Pharma कंपनी Laurus Labs का समेकित राजस्व ₹1,653 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही से 35% अधिक है। कंपनी का शुद्ध लाभ ₹195 करोड़ रहा—पिछले वर्ष की तुलना में 875% की भारी वृद्धि। EBITDA 136% बढ़कर ₹429 करोड़ हुआ और मार्जिन में सुधार होकर 26.0% पर पहुंच गया। कंपनी ने बताया कि व्यापार मिश्रण में बदलाव और परिचालन दक्षता बढ़ने से ग्रॉस मार्जिन 4.5 प्रतिशत अंक बढ़कर 59.6% हुआ है।

पहली छमाही में कंपनी का कुल राजस्व ₹3,223 करोड़ रहा, जो वर्ष-दर-वर्ष 33% की वृद्धि है, जबकि EBITDA ₹818 करोड़ पर रहा, 25.4% मार्जिन के साथ।

सेगमेंट परफॉर्मेंस: CDMO और जेनेरिक दोनों में मजबूती

Pharma कंपनी Laurus Labs के कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन (CDMO) कारोबार ने तेजी दिखाई। इस खंड का राजस्व ₹518 करोड़ रहा, जो सालाना 53% बढ़त दर्शाता है। CDMO के भीतर छोटे अणु (Small Molecules) सेगमेंट का राजस्व ₹471 करोड़ रहा, साल-दर-साल 58% वृद्धि के साथ। यह वृद्धि क्लाइंट ऑर्डर बुक और प्रॉडक्ट लॉन्च सप्लाई के समय पर निष्पादन से संभव हुई।

जेनेरिक व्यवसाय का तिमाही राजस्व ₹1,135 करोड़ रहा, जो 28% की वृद्धि दिखाता है। इस खंड में कंपनी ने एंटीरेट्रोवायरल (ARV) के साथ-साथ नॉन-ARV उत्पादों के निर्यात में भी संतुलित वृद्धि दर्ज की। कंपनी की रणनीति अब धीरे-धीरे उच्च मूल्य वाले API और Finished Dosage Form (FDF) पोर्टफोलियो पर केंद्रित हो रही है।

परिचालन खर्च, निवेश और रणनीति

कंपनी ने पहली छमाही में अनुसंधान एवं विकास (R&D) पर ₹137 करोड़ खर्च किया, जो राजस्व का लगभग 4.3% है। निरंतर R&D निवेश नई मॉलिक्यूल पाइपलाइन और बायोटेक प्लेटफॉर्म को आगे बढ़ाने में सहायक है। बिक्री के अनुपात में CAPEX 15% रहा, जिसमें आंध्र प्रदेश स्थित विनिर्माण इकाइयों में क्षमता विस्तार पर निवेश शामिल था।

लौरस लैब्स ने यूएस-आधारित आरविक थेरेप्यूटिक्स में 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रणनीतिक निवेश किया, ताकि एंटीबॉडी-ड्रग कंजुगेट्स (ADC) तकनीक तक पहुंच विकसित की जा सके। यह निवेश भविष्य के बायोलॉजिक्स और ऑन्कोलॉजी पोर्टफोलियो की नींव तैयार करेगा।

प्रबंधन की टिप्पणी

कंपनी के संस्थापक और सीईओ डॉ. सत्यनारायण चावा ने कहा कि ARV सेगमेंट में लौरस लैब्स अपनी नेतृत्व स्थिति बरकरार रखे हुए है और कई नैदानिक व वाणिज्यिक कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि CDMO बिजनेस की मांग मजबूत बनी हुई है और H2 FY26 में और विस्तार दिख सकता है।
कंपनी के कार्यकारी निदेशक और CFO वी.वी. रवि कुमार ने कहा कि तिमाही प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप रहा, जिसमें मुनाफे की बढ़त परिचालन दक्षता और मज़बूत ऑर्डर निष्पादन से आई है।

स्टॉक का प्रदर्शन

स्टॉक में 23 अक्टूबर को 2% से भी अधिक की तेजी देखने को मिली जिसके बाद स्टॉक की क्लोजिंग 943 रुपए पर हुई, जबकि स्टॉक पिछले 1 साल में 109 प्रतिशत से भी अधिक चढ़ चुका है, तो वहीं पिछले 6 महीने में 45% चढ़ चुका है

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